Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps September 13, 2019 क्या सच होगा यह ख़्वाब कभी.. ख़त्म हो जुदाई, हटे सरहद भी! एक जड़ के रहतें इस-उस तरफ मिटाएं झगड़े और होंगे एक ही!- मनोज 'मानस रूमानी' Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps Comments
June 09, 2021 बाग़-ए-हुस्न की आप ज़ीनत ही रहें शबाब आप का प्यार से महकता रहें - मनोज 'मानस रूमानी' (मेरी पसंदीदा ख़ूबसूरत अदाकारा सोनम कपूर को सालगिरह की मुबारक़बाद!) Read more
December 08, 2023 आरज़ू-ए-इश्क़! आसमाँ में सब तऱफ चाँदनियाँ छा गई है.. हमारा हसीन तारा अब नज़र आए कहीं से! - मनोज 'मानस रूमानी' Read more
November 12, 2023 धन-दौलत का बाजार बनी हैं दुनिया सौदा-ए-इल्म यहाँ नहीं हो सकता! - मनोज 'मानस रूमानी' Read more
Comments
Post a Comment