इज़हार रहा प्यार! अपनी ही माशूका कुछ साल बाद.. शादीशुदा होकर मिलने पर पूछे, "शादी क्यों नहीं की तुमने?" तो क्या जवाब देगा वो महबूब.. वक़्त पर इज़हार न करनेवाला? ऐसा भी होता है जहाँ-ए-इश्क़ में! - मनोज 'मानस रूमानी'
कही जाती हैं दिल की हर बात जिनका लेकर नाम फ़िक्र–ए–दुनिया के वे अज़ीम शायर रहे हैं ग़ालिब - मनोज 'मानस रूमानी' (उर्दू तथा पर्शियन शायरी के अज़ीम-ओ-शान शख्सियत मिर्ज़ा असदुल्लाह बेग ख़ान..तख़ल्लुस 'ग़ालिब' साहब को स्मृतिदिन पर सलाम!) - मनोज कुलकर्णी
यह है हमारी शान-ए-हिन्दोस्ताँ जानो सबका इबादत का ज़रिया अक़ीदत और मोहब्बत के साथ जन्नत बक्श ने की ही है दुआ! - मनोज 'मानस रूमानी' (हमारी गानसम्राज्ञी लता मंगेशकर जी का अंतिम दर्शन लेते समय मशहूर अभिनेता शाहरुख़ खान और महिला सहकारी के छायाचित्र पर!)
भाग्यशाली मैं! गान सरस्वती के दरबार में जीवन का एक सुनहरा पल अपनापन से हुई सुरीली बातें जीवन संगीत से भरी महफ़िल - मनोज 'मानस रूमानी' हमारी पूज्य 'भारतरत्न' लता मंगेशकर जी आपके चरणों मे सादर प्रणाम!!! - मनोज कुलकर्णी