Posts

Showing posts from 2020
हमदम हो या यहाँ यूँही हमराह.. आनेवाला साल सबको मुबारक़! - मनोज 'मानस रूमानी'
ख़्वाहिश-ए-ज़िंदगी तसव्वुर में ही रही तवक़्क़ो ऱखें 'मानस' नए साल से भी? - मनोज 'मानस रूमानी'
Image
We love the Sunset on Horizon But that one was not like that.. It was on our Parallel Cinema.. That Sun did not rise again! - Manoj 'manas roomani' (While remembering our India's great filmmaker Mrinal Senji on 2nd death anniversary,..I wrote these lines!)
Image
नवाबी रुतबे के शानदार शख़्सियत थे वे.. उमराव जान से तहज़ीब से इश्क़ फरमाए वे - मनोज 'मानस रूमानी' (अपने भारतीय सिनेमा के लाजवाब अदाकार फ़ारूख़ शेख़ इस जहाँ से रुख़सत होकर ७ साल हुएं।..अपनी ख़ूबसूरत अदाकारा रेखा की उनके साथ 'उमराव जान' यादगार रही। नज़ाकत और नफ़ाज़त के लखनऊ में उनका शायराना अंदाज़ का इश्क़ दिलोदिमाग़ पर छाया!)
Image
ऊपर आक़ा और नीचे काका रूपहले परदे का वह दौर था हसीं जवाँ दिल धड़कानेवाले राजेश का यहाँ पर राज था! - मनोज 'मानस रूमानी' (अपने भारतीय रूमानी सिनेमा के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना जी को ७८ वे जनमदिन पर सुमनांजलि!)  
प्यार ना देखे सब्ज़परी, ना गुलफ़ाम बस दिलों का मिलन है इश्क़ 'मानस' - मनोज 'मानस रूमानी'
आरज़ू किसे जन्नत-उल-फ़िरदौस की हम तो 'मानस' गुलशन चाहते हैं यहीं - मनोज 'मानस रूमानी'
Image
MERRY CHRISTMAS! After the year of struggling for life.. World is waiting for Merry Christmas With the hope of virus-free good life To fulfill all the dreams and desires May this Christmas brings.. Good world and healthy life Happiness to all human beings Everywhere beauty and Love - Manoj 'manas roomani'
Image
मौसीक़ी को जिन पर नाज़ था नौशाद और रफ़ी वे फ़नकार थे नज़र उनको फूलों का गुलदस्ता आसमाँ से आएं जो सितारें थे! - मनोज 'मानस रूमानी' (हमारे अज़ीज़ गायक मोहम्मद रफ़ी जी का आज ९६ वा जनमदिन और कल संगीतकार नौशाद जी का १०१ वा जनमदिन!  इस अवसर पर उन्हें मेरे ये अशआऱ!)
जाड़ों की बड़ी सर्द हवाएं रही है चल कहीं से वो आएं नर्म धूप की तरह! - मनोज 'मानस रूमानी'
Image
दो बड़े ग्रहों का हैं मिलन आज की रात झूम उठेगा आसमाँ इससे सदियों बाद - मनोज 'मानस रूमानी' (आज अंतरिक्ष में होनेवाले बृहस्पति और शनि ग्रहों के महान संयोग पर लिखा।)
Image
प्यार करनेवालें दिल मुश्क़िल में पड़ सकतें है जब शानदार शख़्स उनमें तशरीफ़ लाता हैं! - मनोज 'मानस रूमानी'
मौसम छोड़ कर आयी बेवक़्त बरसात मौसम में छूटें उनकी दिलातीं है याद! - मनोज 'मानस रूमानी'
Image
यूँ तो अदाकार ख़ूब हुए, हैं, रहेंगे... अदाकारी के सरताज़ यूसुफ़ही रहेंगे - मनोज 'मानस रूमानी' (अपने भारतीय सिनेमा के अभिनयसम्राट दिलीपकुमारजी की ९८वी सालगिरह पर!)
Image
"हक़ के लिए आवाज़ उठाने मिले ताकत नाइंसाफी ना कर सके ज़माना संगदिल! प्यार-भाईचारे से हो सहजीवन सुखद.. मनाएं 'विश्व मानवाधिकार दिन' सब!!" - मनोज 'मानस रूमानी'
Image
हल खींचकर, पसीना बहाकर धरती से जो सोना उगाता है किसान वो बेदख़ल हो गया इस पूँजीवादी सियासत से! - मनोज 'मानस रूमानी' (मनोजकुमारजी की 'उपकार' की प्रतिमा याद आयी और यह लिखा!)
वे बेमुरव्वत संत्री आम खातें है 'मानस' पीस जातें है बेचारें पेड़ लगानेवालें आम - मनोज 'मानस रूमानी'
Image
All deserve this beautiful world that was the only desire he had - Manoj 'manas roomani' (Humble homage to great Nelson Mandela on  7th death anniversary!)
'आनंद' पाने की ख़्वाहिश में जहाँ ही छोड़ देते है कोई! - मनोज 'मानस रूमानी'
अन्नदाता किसान जिन्हें कहतें थे हम कुचल रहें हैं उन्हें ये बेरहम हुक्मरान! - मनोज 'मानस रूमानी'
दिलकश नशेमन की तमन्ना है 'मानस' प्यार करनेवाली हो जहां हसीं हमनफ़स - मनोज 'मानस रूमानी'
नमस्कार/आदाब! मुझे यह नमूद करते हुए बड़ी ख़ुशी होती है की, मेरे इस 'शायराना' ब्लॉग पर अब तक मेरी ५०० से ऊपर शेर-ओ-शायरी प्रसिद्ध हुई हैं! इसमें मेरे अशआर, हाइकु, रुबाई से लेकर कुछ ग़ज़ल, नज़्म भी हैं। ज़्यादातर हिंदी-उर्दू और थोड़ी मराठी, इंग्लिश पोएट्री भी शामिल हैं। रोमैंटिक और कंटेम्पररी दोनों जॉनर की! कृपया यह पढ़तें समय स्क्रोल करके पहले की शायरी देखने के लिए 'मोअर पोस्ट्स' पर क्लिक करे और हर एक पूरी तरह पढ़ने के लिए 'रीड मोअर' पर क्लिक करे। शुभकामनाएं!! - मनोज कुलकर्णी ('मानस रूमानी')
Image
आप प्रियदर्शिनी थी आप रणरागिनी थी हमारे हिन्दोस्ताँ की आन-बान-शान थी! - मनोज 'मानस रूमानी' (हमारे भारत की पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा जी गाँधी को उनके १०३ वे जनमदिन पर सुमनांजलि!)  
Image
इंसानियत, प्यार और तरक्की का दिया दिखाया चाचा नेहरूजी ने.. बच्चों, चलों उनकी राह पर चलें हमारे भारत को महान बनाये!" - मनोज 'मानस रूमानी' (हमारे भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पं.जवाहरलाल नेहरू साहब को १३१वे जनमदिन पर सलाम! यह 'बाल दिन' के रूप में भी मनाया जाता हैं! तो बच्चों को प्यार भरी शुभकामनाएं!!)
दिए में ज्ञान की लौ जले हर तरफ 🪔 दिल में प्यार की लौ जले हर तरफ - मनोज 'मानस रूमानी'
ज़ेवरों, पहनावों की नुमाइश करनेवालें.. ख्याल रखें ग़ुरबत में कितनी मायूसी हैं - मनोज 'मानस रूमानी'
हसीन आग़ोश में लुत्फ़-ए-इश्क़ का लगता गुलाबी ठंड का मौसम आया - मनोज 'मानस रूमानी'
ज़िंदगी भर प्यार को तरसते रहते वे ज़िंदगी में आए प्यार को न समझते - मनोज 'मानस रूमानी'
मौत से जूझती है कहीं ज़िन्दगी.. काश की जीत जाये यह ज़िन्दगी - मनोज 'मानस रूमानी'
'रिपब्लिकन' (पा) से हैं लोग ख़फ़ा वहां 'रिपब्लिक' (टीवी) से हैं लोग ख़फ़ा यहाँ - मनोज 'मानस रूमानी'
IRONY! People are upset with 'Republican' (p) there People are upset with 'Republic' (tv) here! - Manoj 'manas roomani'
तस्कीन हो जाता है ये दिल-ए-नाशाद ख़याल में जब साथ देते हो हमनफ़स - मनोज 'मानस रूमानी'
Image
शबाब आपका यूँ बरक़रार रहे अदाकारी के जलवें दिखाती रहे जवाँ आशिक़ भी होश खो बैठे महफ़िल आपकी यूँ शादाब रहे - मनोज 'मानस रूमानी' (ख़ूबसूरत अदाकारा तब्बू की ५० वी सालगिरह पर, मीरा नायर के 'अ सुटेबल बॉय' में से ईशान खट्टर के साथ उसके इस सीनपर मैंने यह लिखा।)
कैसे लिखें कोई आप पर ग़ज़ल आप ही जो हो ख़ूबसूरत ग़ज़ल - मनोज 'मानस रूमानी'
नफ़रत की आंधियां हो जाए दूर खिल उठे फिर मोहब्बत के फूल - मनोज 'मानस रूमानी'
रूमानी हुआ करतें थे मंज़र यें   अब क्यों इतने दहकने लगें हैं - मनोज 'मानस रूमानी'
Image
मोहब्बत और इंसानियत से दिल भरा रहे परदे पर रूमानियत के जलवें दिखाते रहे - मनोज 'मानस रूमानी' (शाहरुख़ ख़ान को सालगिरह पर!)
Image
इश्क़ शायद ही इतना परवान चढ़ा होगा   इसलिए चाँद भी मजबूरन मुख़ातिब हुआ - मनोज 'मानस रूमानी' [भारतीय सिनेमा की ख़ूबसूरत अदाकारा ऐश्वर्या राय-बच्चन की सालगिरह पर मुझे बॉलीवुड के इन दो सुपरस्टार्स (सलमान-शाहरुख़) खानों के साथ उसके ये रूमानी लम्हें याद आएं..और मैंने यह शेर लिखा!]
Image
मनपसंद चाय! सुबह-शाम जिसकी हैं आस वह है हमारी प्यारी सी चाय उसके लुत्फ़ का क्या कहना जब बनाते हम अपनी चाय क्या दिन थे वे दोस्तों के साथ चाय पर घंटों होती थी गपछप सिनेमा, कला, संगीत थे विषय सिगरेट का कश, चाय का सिप कभी चाय शेयर भी होती थी अपनी किसी के होठों से भी सिर्फ रह गई बात उसमें एक पुछते जो जीवन साथी होने की  अब लेखन सृजन रिझाने के लिए साथ हैं तो सिर्फ़ अपनी चाय की आयी है अब टी यलो, ग्रीन, हर्बल हमारी तो मनपसंद अपनी पुरानी - मनोज 'मानस रूमानी' (हाल ही में आई ख़बर 'नियमित चाय पीने से मस्तिष्क की संरचना बेहतर होकर अध्ययन कार्यात्मक, संरचनात्मक होता है!' पर मैंने यह लिखा!)
हमें तो जुस्तजू हैं हमारे चाँद की उस जमाल-ए-हुस्न महजबीं की - मनोज 'मानस रूमानी'
कहते है आज चाँद पूरा नीला है शायद उसपर इश्क़ का ख़ुमार है - मनोज 'मानस रूमानी'
न दिखा ऊपर चाँद न यहाँ महताब गुज़र जाएगी बगैर दीदार यह शब् - मनोज 'मानस रूमानी'
Image
MOON..OUR LOVE! Yes, there could be water.. On Moon..our life partner Clement, brotherly, loving He can't be without water! He is far away in the sky But he is so close to us.. Uncle, Brother, Friend, Lover He relates in many ways! He inspire romantic poets To write poetry of Love.. Creates romantic atmosphere For lovers..to express Love! I always imagine poetic love In the romantic Moon light.. With Rose and my poetry.. In vicinity of the Taj Mahal.! - Manoj 'manas roomani' (I wrote this poem when saw news about 'Water on Moon'!)  
Image
ROMANTIC AUTUMN! Arrives in romantic September season 'Autumn' teaches love when trees sheds their leaves we feel like shower of love..! Autumn creates an environment for Winter..who knocks on door kind Autumn makes him warm who comes with its cold air..!   Such a generous Autumn.. trees drops fruits & flowers land becomes carpet of leaves without any demand..for us! Its an atmosphere of Autumn.. pleasant wind blow among trees flutter of leaves & chirp of birds sounds..soft tune nature sings! Being romantic, I like Autumn feels to go in beautiful nature.. in shower of favourite flowers with dream of my love..! - Manoj 'manas roomani' (I just wrote this poem in thought of romantic Autumn!)
अब हम क्या कहें कहाँ हो आप बस मालुम हैं दिल में हो आप! - मनोज 'मानस रूमानी'
लगता हैं मुसाफ़िर की तरह रुके हैं मंझिल की तलाश अब भी जारी हैं   - मनोज 'मानस रूमानी'
"कोरोना फैल कर तुम क्यों ये ज़िंदगियाँ उजाड़ देतें हो.." - मनोज 'मानस रूमानी' (अब के हालातों पर "खिलौना जान कर तुम तो..." गाने पर यह सूझा!)
हुस्न ग़र हो इश्क़ के आग़ोश गुलाबी हो जाती हैं तब शब् - मनोज 'मानस रूमानी'
Image
दिल फिर आशना! एक हसीँ रुख़ का दीदार हुआ हैं दिल आज फिर आशना हुआ हैं छूट गएँ थे वो जो लम्हें हसीन हम फिर उन्हें अब सजा रहें हैं दिल आज फिर....  देखके उनका वो जमाल-ए-हुस्न आँखों में प्यार का ख़ुमार चढ़ा हैं दिल आज फिर....  मायूस सी थी ये ज़िन्दगी बस अब नूऱ से उनके रोशन हुई हैं दिल आज फिर.... ना जान सके थे एक बार जो प्यार वो 'मानस' ये मोहब्बत कर बैठे हैं दिल आज फिर....    - मनोज 'मानस रूमानी' (बस ऐसे ही यह रूमानी ग़ज़ल मैंने लिखी हैं!)
Image
सेक्युलर इंडिया की शान थे आप 'मिसाइल मैन' जाने जाते थे आप उभरते वैज्ञानिकों की प्रेरणा थे आप बच्चे-युवा सभी के आदर्श थे आप! - मनोज 'मानस रूमानी' (हमारे धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र के पूर्व राष्ट्रपति 'भारतरत्न' डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम जी के जनमदिन पर उन्हें सलाम करते मैंने यह लिखा!)
Image
STRAWBERRY LOVE! Strawberry a lovely fruit in heart size and red Whenever I see this.. it feels very romantic! I remembered my youth.. romantic without Strawberries But I watched love with it.. in Bergman's 'Wild Strawberries' Dreaming to restart love.. in atmosphere of Strawberry With fragile pretty love.. as romantic as Strawberry Can simile her face.. as lovely as Strawberry Can imagine her lips.. as juicy as Strawberry! - Manoj 'manas roomani'
Image
मंगल हैं ताज्जुब! मंगल शब्द मानते हम शुभ शादी में मंगल कैसे अशुभ? अब तो वैज्ञानिकों ने माना जीवसृष्टी को मंगल अनुकूल जहाँ देखते आ रहें हैं हम सुबह उगता लाल सूरज आज उसी की पूरब दिशा में अब रात देखेंगे लाल मंगल क्या हैं ये मंगल का प्यार आता पृथ्वी के ऐसे क़रीब बात दरअसल हैं खगोलीय समझा देती हैं शुभ मिलन - मनोज 'मानस रूमानी' (आज मंगल ग्रह हमारे पृथ्वी के क़रीब आने की घटना पर यह लिखा हैं!)
Image
वो भीगे रूमानी लम्हें! बादलों की गड़गड़ाहट से फिर जोर से बरसी बरखा भीगी हुई अँधेरी रात में था बिजली का चमकना फिर हिला गया मौसम ये मन खोये अतीत में पहुँचा हसीं पल वो देखतें देखतें बस उसे याद करता रहा.. याद आएँ वो भीगे लम्हे बरखा का लुत्फ़ उठाना साथ साथ घूमते फिरतें आँखों से प्यार झलकना काश हम फिर वहाँ पहुँचते समां भी हो रूमानी सुहाना बरख़ा यूँ ख़ूब बरसती रहें आँखों से रहें प्यार झलकता गरजतें बादलों की आवाज़ से यूँ हो डरके उसका लिपटना बिजली भी तब ऐसी चमके होठों का हो गाल पर ठहरना! - मनोज 'मानस रूमानी' (अब हुई बरसात में मैंने इसे लिखा हैं। साथ में अलग पूरक छायाचित्र है!)
Image
LET HER FLOURISH! We call Earth..Mother We call River..Mother We call Nature..Mother We come from..Mother Respect Woman & Girl Give beautiful life to Girl Give essentials to Girl Give education to Girl Let her do what she wants Let her prove her talents Let her decide her choices Let her fly with her wings - Manoj 'manas roomani' (On this 'International Day of the Girl child', I wrote this verse!)
Image
ख़ैर मुबारक़! महज़ इत्तिफ़ाक़ नहीं यह सालगिरह आस-पास आना आगाज़ था वह इस मशहूर जोड़ी में होनेवाले प्यार का - मनोज 'मानस रूमानी' (अपने सिनेमा की एक पसंदीदा जोड़ी अमिताभ बच्चन-रेखा पर!)
Image
आज़ाद घूमते रहतें हैं वे कभी वहां तो कभी यहाँ सरहदें तो ज़मीन पर हैं खुला आसमाँ हैं उनका! - मनोज 'मानस रूमानी' (आज के 'विश्व प्रवासी पक्षी दिन' पर यह लिखा!)
वस्ल-ए-यार न हो तो क्या 'मानस' फुरक़त में गहरी होती है मोहब्बत! - मनोज 'मानस रूमानी'
Image
LOVE IS NOT BLIND! You can see the world through my eyes I can see the world in your beautiful eyes These are beautiful flowers for you only You are the real flower for me only You can take fragrance from these flowers I can imagine fragrance from your emotions You can feel the love touch to my heart I can feel the love by touch of your hand - Manoj 'manas roomani' (On 'World Sight Day', I wrote this verse on this picture of Chaplin & Virginia from 'City Light'!)
Image
ज़ीनत थी यहाँ बाग़-ए-हुस्न की दिल लुभाने वाली थी तबस्सुम आप की मुमताज़ आप अब जन्नत की! - मनोज 'मानस रूमानी' (मधुबाला की इस रंगीन हसीन गिफ इमेज देख कर मैंने यह हाइकु लिखी!) 
Image
Daydreaming..it mostly happens when romantic feelings goes on.. we live in an imaginary love world forgets the world which really on.. - Manoj 'manas roomani' [I just wrote this verse when saw another pretty girl's Daydreaming photo!]
Image
Pretty girl near plant of rose standing in romantic pose taking fragrance her nose pink lips meets pink rose Her face seems unique rose who talking to nature's rose - Manoj 'manas roomani' (I just wrote this verse when saw another pretty girl's photo! Not related to this picture!)  
ख़ुमार-ए-शबाब बढाती आप की अदाएँ जैसे शब रूमानी करती चाँद की कलाएँ - मनोज 'मानस रूमानी'
Image
क्या यही था अपने सपने का आज़ाद मुल्क़? देखकर सोचते होंगे बापू और बादशाह ख़ान! - मनोज 'मानस रूमानी' (महात्मा गाँधीजी की १५१ वी जयंती पर इनको प्रणाम करते लिखा!)
Image
दीदार!! यह शायद इनका असर हैं मुरझा समां जो खिला हैं! गुलाबी इनके पहनावे से गुलमोहर बहर गया हैं! - मनोज 'मानस रूमानी' (ट्वीटर पर दिलीप कुमारजी और सायरा बानूजी की पोस्ट हुई यह तस्वीर देखके लिखा!)
Image
  DON'T BREAK HEART! Glory of face goes away Beautiful eyes drops tear Pink lips becomes fade Sweet smile goes missing Happens when heart breaks Will you see person you love.. Nostalgic and lost in thinking? Never break heart of beloved! - Manoj 'manas roomani' (I wrote it on 'World Heart Day' and not related to girl in this picture!)
Image
हो मयस्सर सफ़र! जी तो करता हैं खूब घूमें दुनिया का हसीं नज़ारा देखें अब बहलाते हैं सफरनामें रह गया है कुछ तसव्वुर में   हो मयस्सर जहाँ जी चाहें घूमें कश्मीर की हसीं वादियां देखें लखनऊ की नजाकत, नफासत शायराना माहौल भी आजमायें रूमानी पेरिस का सफर करें रंगीन शाम का लुत्फ़ उठाये अपने ताज़ का फ़िर दीदार करे चाँद देखके इज़हार-ए-इश्क़ करे - मनोज 'मानस रूमानी' ('विश्व पर्यटन दिन' पर लिखा!)
Image
Subtle smile on pretty face oh, not to encourage feelings of love hiding some sorrow behind it! - Manoj 'manas roomani' (I just wrote this Haiku and not related to this picture!)
Image
बरसात में झाँक लिया खिड़की से दिल लुभा गया भीगा सुहाना समां आँखें ढूंढ़ती रही रूमानी अतीत में भीगे दुपट्टे से उस हसीं का झाँकना - मनोज 'मानस रूमानी'
बस निगाह-ए-लुत्फ़ की आरज़ू हैं 'मानस' तस्कीन-ए-दिल के लिये - मनोज 'मानस रूमानी'
ये तो हैं ज़माने की फ़ितरत-ए-तग़ाफ़ुल 'मानस' ये सिफ़त पर कौन दे तवज्जोह - मनोज 'मानस रूमानी'  
Image
Beautiful fingers on gorgeous face.. takes care..like passing leaves by flower Lips seems blooming flower petals! - Manoj 'manas roomani' (I wrote this Haiku on pretty actress Maggie Cheung's this gif image. Best wishes her on birthday!)
Image
PRETTY INSPIRATION! Oh Beauty, performing here.. among world of books? Is this your act of inspiration.. for writers and poets? Your pretty gorgeous face.. will create romantic words! Movements of beautiful body.. will create erotic emotions! Your beautiful dreamy eyes.. will create optimistic stories! Your pretty pink lips.. will tell love in poems! Express your inner beauty.. with its purity, then.. You will become an icon.. for the literature creation! - Manoj 'manas roomani' (I wrote this, after seen visual of pretty belly dancer performing in library!)
Image
ये हुस्न-ए-नफ़ीस तेरा ये शबाब क्या कहना.. ये नज़ाकत, नफ़ासत ये अदा क्या कहना..! - मनोज 'मानस रूमानी'
दिल के बहोत क़रीब हुए हो नज़रों से जब से दूर गए हो - मनोज 'मानस रूमानी'
Image
'अर्थ'पूर्ण अदाकारी का 'अंकुर' उगाया आपने.. महिलाओं के 'अंतर्नाद' को 'जुनून' दिया आपने! - मनोज 'मानस रूमानी' (हमारे भारतीय सिनेमा की विख्यात अभिनेत्री शबाना आज़मी जी को ७० वी सालगिरह पर मुबारक़बाद!)