Posts

Showing posts from September, 2019
Image
दो बार इस क़दर मेहरबाँ हुआ आसमाँ हमपर.. कि हुस्न और आवाज़ को किया जन्नत से पेश! - मनोज 'मानस रूमानी' ('मलिका-ए-हुस्न' मधुबाला की आवाज़ रही स्वरसम्राज्ञी लता मंगेशकर जी को उनके ९० वे जनमदिन पर मुबाऱकबाद!)
Image
दूर करो ये नफ़रत के बादल ले आएं हम प्यार भरा दिल! - मनोज 'मानस रूमानी' [आंतरराष्ट्रीय शांतता दिन!]
पाखंडी बाबा हैं अय्याश  ये इनका केसरिया राज! - मनोज 'मानस रूमानी'
बाग़-ए-इश्क़ खिलता हैं...  हुस्न जब मेहरबाँ होता हैं! - मनोज 'मानस रूमानी'
दो बहनें हैं मराठी और हिंदी एक माँ है और दूसरी मौसी! तो उर्दू से हमें मोहब्बत हैं.. सलामत रहें ये सभी प्यारी! - मनोज 'मानस रूमानी'
क्या सच होगा यह ख़्वाब कभी.. ख़त्म हो जुदाई, हटे सरहद भी! एक जड़ के रहतें इस-उस तरफ मिटाएं झगड़े और होंगे एक ही! - मनोज 'मानस रूमानी'
मुश्किल ही है चाँद को मनाना यहाँ अपना हो या आसमाँ का! - मनोज 'मानस रूमानी'