मौसीक़ी को जिन पर नाज़ था
नौशाद और रफ़ी वे फ़नकार थे
नज़र उनको फूलों का गुलदस्ता
आसमाँ से आएं जो सितारें थे!

- मनोज 'मानस रूमानी'

(हमारे अज़ीज़ गायक मोहम्मद रफ़ी जी का आज ९६ वा जनमदिन और कल संगीतकार नौशाद जी का १०१ वा जनमदिन! 
इस अवसर पर उन्हें मेरे ये अशआऱ!)

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