"हक़ के लिए आवाज़ उठाने मिले ताकत
नाइंसाफी ना कर सके ज़माना संगदिल! 

प्यार-भाईचारे से हो सहजीवन सुखद..
मनाएं 'विश्व मानवाधिकार' दिन सब!!"


- मनोज 'मानस रूमानी'

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