Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps January 31, 2022 दिन तो यूँ गुज़र रहें हैं वैसे भी.. हमनफ़स खोने की लिए बेचैनी - मनोज 'मानस रूमानी' Read more
Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps January 31, 2022 ख़त्म शरीर होता हैं, विचार जिंदा रहतें हैं अमर हैं कई महात्माएं अपने विचारों से! - मनोज 'मानस रूमानी' Read more
Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps January 29, 2022 साइकिल दौड़े या हाथ कमाल दिखाएं सेक्युलर कोई भी केसरिया को हराएँ! - मनोज 'मानस रूमानी' Read more
Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps January 29, 2022 हमसे भी कोरोना ने की मुलाकात और हमने भी दे दी उसको मात! - मनोज 'मानस रूमानी' Read more
Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps January 26, 2022 शान-ए-तिरंगा 🇮🇳 आबाद रहे यौम-ए-जमहुरिया मुबारक़ रहे - मनोज 'मानस रूमानी' Read more
Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps January 25, 2022 फ़िक्र करते ग़र होते यूसुफ़ साहब अपनी इस बहन की ख़ैरियत की! बरसों से बंधी राखी जिस हाथ पर दुआ भेजेगा लता जी की सेहत की! - मनोज 'मानस रूमानी' (अपनी स्वरसम्राज्ञी लता मंगेशकरजी और अभिनयसम्राट दिलीपकुमारजी का ऐसा अनोखा रिश्ता!) Read more
Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps January 22, 2022 डार्विन सिद्धांत को वह नहीं मानते.. जो (केसरिया) ले जा रहें वहीँ पीछे.! - मनोज 'मानस रूमानी' Read more
Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps January 19, 2022 अफ़साना प्यार का कोई कैसे लिखें इज़हार न किए फ़सानें हो जिसके! - मनोज 'मानस रूमानी' Read more
Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps January 17, 2022 आलम जब इंतिशार का हैं रुख़ भी उसमे ढल गया हैं! - मनोज 'मानस रूमानी' Read more
Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps January 15, 2022 ख्वाबों के आसमाँ में उड़ती रहती हर किसी की ज़िन्दगी की पतंग.. मंज़िल-ए-ख़्वाहिश कोई पा लेती कट जाती किसीसे कोई बीच डगर! - मनोज 'मानस रूमानी' Read more
Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps January 15, 2022 ताज, खजुराहो प्रेम की निशानियाँ हैं🌹 ऐसे सरज़मीं-ए-दिल को फिर न तोड़ें 💗 - मनोज 'मानस रूमानी' Read more
Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps January 15, 2022 प्यार ही मज़हब, सब इंसान एक हो कब से ढूंढ रहें हैं..हम ऐसे जहाँ को! - मनोज 'मानस रूमानी' Read more
Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps January 15, 2022 वह तो गरीबों के लिए चरखा चलाते थे यह तो छवि बनाने के लिए चलाते है.! - मनोज 'मानस रूमानी' Read more
Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps January 01, 2022 नई उमंगों से भरा रहें दिल यूँ ही मचलतेँ रहें शायरी रूमानी होती रहें नया साल ख़ुशहाल रहें! - मनोज 'मानस रूमानी' Read more