फ़िरदौस-ए-ज़मीं यूँ ही खिले 🌸
मिलजुल के प्यार से सब रहें 🫶
हसीं कलियाँ यहाँ ख़ूब खिलें 🌷
मोहब्बत के गुल खिलतें रहें 🌹


- मनोज 'मानस रूमानी'.✍️

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