मेरे इस 'शायराना' ब्लॉग पर मैं..'मनोज 'मानस रूमानी' इस नाम से मेरी शायरी लिख रहां हूँ! - मनोज कुलकर्णी (पुणे).
Get link
Facebook
X
Pinterest
Email
Other Apps
आज की कोजागरी पूर्णिमा के अवसर पर चाँद पर मेरे शेर यहाँ पेश कर रहां हूँ!
सूरज़ डूबता समंदर का नज़ारा इंतज़ार है बस मेरे चाँद का.!
- मनोज 'मानस रूमानी'
Get link
Facebook
X
Pinterest
Email
Other Apps
Comments
Popular posts from this blog
सेक्युलर इंडिया की शान थे आप 'मिसाइल मैन' जाने जाते थे आप उभरते वैज्ञानिकों की प्रेरणा थे आप बच्चे-युवा सभी के आदर्श थे आप! - मनोज 'मानस रूमानी' (हमारे धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र के पूर्व राष्ट्रपति 'भारतरत्न' डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम जी के जनमदिन पर उन्हें सलाम करते मैंने यह लिखा!)
वस्ल-ए-इश्क़ ही नहीं होती.. मंज़िल रूहानी मोहब्बत की! प्यार तो उनका अमर हुआ.. इश्क़ में जो तड़पते रह गए! मोहब्बत तो रहती दिलों में.. मिलना हो या न मिल सकें! - मनोज 'मानस रूमानी'
Comments
Post a Comment