"यह है पूरब और जूलिएट है सूरज"
शेक्सपियर का रोमियो हैं कहता!
चाँदनी रात में "आप हो महज़बीन"
हमारा प्रेमी महबूबा को हैं कहता!

- मनोज 'मानस रूमानी'

(आज के 'विश्व रंगमंच दिन' पर!)

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