Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps January 21, 2021 कभी साथी रहतें हैं हमनफ़स की तरहना होती हैं हमसफ़र होने की सोच तबख़ामोश इश्क़ जानने होती है देर अक़्सरसिवाय दर्द-ए-फ़ुर्क़त कुछ न रहता तब- मनोज 'मानस रूमानी' Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps Comments
June 09, 2021 बाग़-ए-हुस्न की आप ज़ीनत ही रहें शबाब आप का प्यार से महकता रहें - मनोज 'मानस रूमानी' (मेरी पसंदीदा ख़ूबसूरत अदाकारा सोनम कपूर को सालगिरह की मुबारक़बाद!) Read more
December 08, 2023 आरज़ू-ए-इश्क़! आसमाँ में सब तऱफ चाँदनियाँ छा गई है.. हमारा हसीन तारा अब नज़र आए कहीं से! - मनोज 'मानस रूमानी' Read more
November 12, 2023 धन-दौलत का बाजार बनी हैं दुनिया सौदा-ए-इल्म यहाँ नहीं हो सकता! - मनोज 'मानस रूमानी' Read more
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