बारिश में भीगा ये ख़ूबसूरत समां
नज़ारा ये देखकर मन खिल उठा!

असर ऐसा आशिक़ाना मौसम का
दिल ने फ़िर से इश्क़ करना चाहा!

- मनोज 'मानस रूमानी'

Comments

Popular posts from this blog