'आँधी में भी हम खिल सकतें हैं..'
ख़ूबसूरत फूल समझा रहा है हमें!

- मनोज 'मानस रूमानी'

[चक्रवात के बाद हमारे बगीचे में खिला सुंदर फूल..
विपरीत परिस्थिति में भी खिलने की प्रेरणा देता है!]

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