शायरी मेरी हैं मजरूहजी को नज़र
मेरे सिर पर जिन्होंने रखा था हाथ

- मनोज 'मानस रूमानी'




मेरे अज़ीज़ शायर-गीतकार मजरूह सुलतानपुरी जी का आज २१वा स्मृतिदिन! बहुत साल पहले मुशायरे में मिलने पर प्यार से उन्होने मेरे सिर पर हाथ रखा था!

- मनोज कुलकर्णी

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