Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps June 14, 2021 जब मेहरबाँ हुआ थाहुस्न-ए-जन्नत-ज़ारतब यह मुमताज़ जहाँतशरीफ़ लायी ज़मीं पर- मनोज 'मानस रूमानी'['मलिका-ए-हुस्न' मुमताज़ जहाँ याने मधुबाला की यह अभिजात प्रतिमा..के. आसिफ की क्लासिक फ़िल्म 'मुग़ल-ए-आज़म' (१९६०) से!] Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps Comments
June 09, 2021 बाग़-ए-हुस्न की आप ज़ीनत ही रहें शबाब आप का प्यार से महकता रहें - मनोज 'मानस रूमानी' (मेरी पसंदीदा ख़ूबसूरत अदाकारा सोनम कपूर को सालगिरह की मुबारक़बाद!) Read more
December 08, 2023 आरज़ू-ए-इश्क़! आसमाँ में सब तऱफ चाँदनियाँ छा गई है.. हमारा हसीन तारा अब नज़र आए कहीं से! - मनोज 'मानस रूमानी' Read more
November 12, 2023 धन-दौलत का बाजार बनी हैं दुनिया सौदा-ए-इल्म यहाँ नहीं हो सकता! - मनोज 'मानस रूमानी' Read more
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