दोस्ती मुबाऱक!

अच्छे स्नेही-प्रियजनों का साथ रहेना..
दिखता है ख़ूबसूरत फ़ूलों का गुलदस्ता!

- मनोज 'मानस रूमानी'

Comments

Popular posts from this blog