कन्हैया छेड़ते प्रीत की धून
राधा उसपर नाचती भी ख़ूब
दोनों होतें प्यार में मगन..

रासलीला यूँ रंग लाती तब
बाँसुरी बजातें प्रिया के
होठ
वो कमलमुख प्रेमी के हाथ

- मनोज 'मानस रूमानी'

 

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