आदाब अर्ज़ हैं..!


एक लंबा अर्सा हुआ है, मैं यहाँ..'मनोज 'मानस रूमानी' नाम से अपनी शेर-ओ-शायरी लिख रहां हूँ। या यूँ कहिएं  इस माध्यम से व्यक्त हो रहां हूँ। शायद आप पढ़तें होंगे!

इस 'शायराना' ब्लॉग पर मेरी ३०० से ऊपर शेर-ओ-शायरी प्रसिद्ध हुई हैं। जिसमें रोमैंटिक और कंटेम्पररी दोनों हैं।

अब 'आदाब अर्ज़ हैं..!' इसके अंतर्गत मैं अपनी शेर-ओ-शायरी (किमान एक शेर रोज़) यहाँ पोस्ट करने की कोशिश करूँगा!

- मनोज कुलकर्णी ('मानस रूमानी')

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