क़ुदरत का हक़ीक़त में हसीन ख़्वाब हो तुम..
गुलशन में खिला हुआ लुभावना फ़ूल हो तुम!
चित्रकार ने बनायी ख़ूबसूरत तस्वीर हो तुम..
शायर ने लिखी हुई दिलक़श नज़्म हो तुम..!

- मनोज 'मानस रूमानी'

(Picture just used for poem here!)

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